The best Side of baglamukhi shabhar mantra
शमशान में अगर पà¥à¤°à¤¯à¥‹à¤— करना है तब गà¥à¤°à¥‚ मतà¥à¤°à¤‚ पà¥à¤°à¤¥à¤® व रकछा मतà¥à¤°à¤‚ तथा गूड़सठविदà¥à¤¯à¤¾ होने पर गूड़सठकà¥à¤°à¤® से ही पà¥à¤°à¤¯à¥‹à¤— करने पर शतà¥à¤°à¥‚ व समसà¥à¤¤ शतà¥à¤°à¥à¤“ं को घोर कषà¥à¤Ÿ का सामना करना पड़ता है यह पà¥à¤°à¤¯à¥‹à¤— शतà¥à¤°à¥à¤“ं को नषà¥à¤Ÿ करने वाली पà¥à¤°à¤•à¥à¤°à¤¿à¤¯à¤¾ है यह कà¥à¤°à¤¿à¤¯à¤¾ गà¥à¤°à¥‚ दिकà¥à¤·à¤¾ के पशà¥à¤šà¤¾à¤¤ करें व गà¥à¤°à¥‚ कà¥à¤°à¤® से करने पर ही विशेष फलदायी है साघक को बिना छती पहà¥à¤à¤šà¤¾à¤¯à¥‡ सफल होती है।
ऋषि शà¥à¤°à¥€à¤…गà¥à¤¨à¤¿-वराह दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ उपासिता शà¥à¤°à¥€à¤¬à¤—ला- मà¥à¤–ी
That means: We pray to the Goddess to paralyse the damaging forces and halt their tongue that makes destruction.
तां खेचरां सà¥à¤®à¥‡à¤°-वदनां, à¤à¤¸à¥à¤®à¤¾à¤²à¤™à¥à¤•à¤¾à¤°-à¤à¥‚षितामॠ। विशà¥à¤µ-वà¥à¤¯à¤¾à¤ªà¤•-तोयानà¥à¤¤à¥‡, पीत-पदà¥à¤®à¥‹à¤ªà¤°à¤¿-सà¥à¤¥à¤¿à¤¤à¤¾à¤®à¥ ।।
पीत-बनà¥à¤§à¥‚क-पà¥à¤·à¥à¤ªà¤¾à¤à¤¾à¤‚, बà¥à¤¦à¥à¤§à¤¿-नाशन-ततà¥à¤ªà¤°à¤¾à¤®à¥ ।
शमशान के लिठगà¥à¤°à¥‚ आदेश अनà¥à¤¸à¤¾à¤° पà¥à¤°à¤¯à¥‹à¤— करें।
The mantra has Bheej Appears of Baglamukhi. It prays the goddess to generate the enemies ineffective by arresting their vicious speech, feet and intelligence. When their movements are restricted, they can hardly ever act from you.
They will develop powerless when attempting to act against you as well as their vicious plots will switch futile and ineffective. • College students get fantastic marks and have a concentrated head to focus on the scientific studies greater. • The devotee triumphs in excess of lawsuits and succeeds in quarrels and competitions. • If you can find fluctuations in your life, this mantra can help harmony the constructive and damaging facets and set up harmony in dwelling and lifetime.
शाबर मंतà¥à¤°à¥‹à¤‚ को साधने के विघान कà¥à¤› विशेष ही होते है। कà¥à¤›à¥‡à¤• जल में रह कर, कà¥à¤› शमशान तिराहे पर, चौराहे पर यहाठसहज ही सरल विधान दे रहे हैं, किसी à¤à¥€ मंगलवार, इतवार,बृहसà¥à¤ªà¤¤à¤¿à¤µà¤¾à¤° या असà¥à¤Ÿà¤®à¥€ को à¤à¤• दीपक में सरसों के तेल, मीठे तेल या शà¥à¤¦à¥à¤§ click here घी के साथ à¤à¤• चà¥à¤Ÿà¤•à¥€ हलà¥à¤¦à¥€ के साथ यह दीपक जलाकर व साघक साधना के समय पिले वसà¥à¤¤à¥à¤°à¥‹à¤‚ को धारण करें और पीला तिलक लगा कर देवी चितà¥à¤° या मूरà¥à¤¤à¤¿ का पूजन हलà¥à¤¦à¥€ से करें व पीले पà¥à¤·à¥à¤ª चà¥à¤¾à¤à¤‚ और दीपक की लौ में à¤à¤—वती का धà¥à¤¯à¤¾à¤¨ कर बगलामà¥à¤–ी के मंतà¥à¤° का à¤à¤• हजार बार तीनों शाबर मतà¥à¤°à¤‚ से कोई à¤à¥€ à¤à¤• का जप करें तथा पिला ही à¤à¥‹à¤— लगावें इस पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤° ४३ दिवस तक करने से कारà¥à¤¯ में अवशà¥à¤¯ ही विजयी पà¥à¤°à¤¾à¤ªà¥à¤¤à¤¿ होती है यहा केई बार तो चार ,छै: दिनों में ही सफलता हाथ लगती है।
शमशान à¤à¥‚मि पर दकà¥à¤·à¤¿à¤£ दिशा की तरफ़ à¤à¤• तà¥à¤°à¤¿à¤•à¥‹à¤£ बना कर तà¥à¤°à¤¿à¤•à¥‹à¤£ के मधà¥à¤¯ में शतà¥à¤°à¥‚ का नाम उचà¥à¤šà¤¾à¤°à¤£ करते हà¥à¤ लोहे की कील ठोकने पर शतà¥à¤°à¥‚ को कषà¥à¤Ÿ पà¥à¤°à¤¾à¤ªà¥à¤¤ होता है,
शà¥à¤°à¥€à¤¸à¤¾à¤‚खà¥à¤¯à¤¾à¤¯à¤¨-तनà¥à¤¤à¥à¤°à¥‹à¤•à¥à¤¤ à¤à¤—वती बगला के विविध धà¥à¤¯à¤¾à¤¨
पीतामà¥à¤¬à¤°à¤¾ धà¥à¤¯à¤¾à¤¨ मंतà¥à¤° ( शà¥à¤°à¥€ बगला-धà¥à¤¯à¤¾à¤¨-साधना )